मई 14, 2023

मातृ दिवस 2023

हिंदी कविता Hindi Kavita प्रेरक अल्फाज़ मातृ दिवस 2023 Maatri Divas 2023

दादा कहते हैं अब मुझको,


लाठी लेकर चलता हूँ,


तेरे आँचल को माँ अब भी,


बच्चे सा मचलता हूँ |||


मई 07, 2023

प्रेरक अल्फाज़

हिंदी कविता Hindi Kavita प्रेरक अल्फाज़ Prerak Alfaz

हमने हवाओं में बहना नहीं, हवाओं सा बहना सीखा है,



हमने तकदीरों से लड़ना नहीं, तकदीरें बदलना सीखा है ||

मई 02, 2023

भूरे पत्ते

हिंदी कविता Hindi Kavita भूरे पत्ते Bhoore patte

डाली से टूटकर,


जीवन से छूटकर,


अंतिम क्षणों में सूखे पत्ते ने सोचा –


मैंने क्या खोया ? क्या पाया ?


अहम को क्यों था अपनाया ?


भूरा होकर अब जाता हूँ,


भूरा ही तो मैं था आया !!!

राम आए हैं