जुलाई 04, 2023

बहुत दिनों बाद

हिंदी कविता Hindi Kavita बहुत दिनों बाद Bahut Dino Baad

बहुत दिनों बाद ऐसी सुबह आई है,


ना रंज है, ना गम है, ना रुसवाई है,


काली लंबी अंधेरी रात हमने बिताई है,


आशा की तपन ने हर पीड़ा मिटाई है ||

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें

राम आए हैं