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नवंबर 03, 2022

माँ

हिंदी कविता Hindi Kavita माँ की याद Maa ki Yaad

आज मेरी माँ को गए हुए 10 साल हो गए | उनको अर्पित एक छोटी सी श्रद्धांजलि |




बरसों हो गए आँचल में तेरे सर को छुपाए ओ माँ,


पलकों पर मुझको, रखा हमेशा, तुझ जैसा कोई कहाँ,


जाने कहाँ गुम हो गई अचानक, सूना बिन तेरे जहाँ, 


सपनों में अपने, ढूँढूं मैं तुझको, यादों में ज़िंदा तू माँ ||

फ़रवरी 20, 2022

सरहद

हिंदी कविता Hindi Kavita सरहद Sarhad

हवा के झोकों में लहराती फसलों के बीच में,


अपनी मेहनत के पसीने से धरती को सींच के,


सूरज की तपती किरणों से आँखों को भींच के,


बचपन के अपने यार को उसके खेत से आते देखा |



कंधे पर उसके झोला था माथे पर मेहनत के निशान,


कपड़ों पर उसके मिट्टी थी मेरे ही कपड़ों के समान,


मेरी दिशा में अपनी बूढ़ी गर्दन को मोड़ के,


मेरी छवि को देख उसके चेहरे को मुरझाते देखा |



मैं पेड़ों के ऊपर चढ़ता वो नीचे फ़ल पकड़ता था,


मास्टर की मोटी बेंत से मेरे जितना वो डरता था,


जाने कितनी ही रातों को टूटे-फूटे से खाट पर,


बचपन में असंख्य तारों को हमने झपकते देखा |



वो नहरों में नहाना संग में बैठ कर खाना,


इक-दूजे के घर में सारा-सारा दिन बिताना,


छोटी-छोटी सी बातों पर कभी-कभी लड़ जाना,


बचपन की मीठी यादों को नज़रों में मंडराते देखा |



बस यादों में ही संग हैं, दूरी हममें अब हरदम है,


चंद क़दमों का है फ़ासला पर मिलना अब ना संभव है,


अपनी खेतों की सीमा से सटे लोहे के स्तंभ पर,


क्षितिज तक सरहद के बाड़े को हमने जाते देखा ||

दिसंबर 27, 2021

पहला प्यार

हिंदी कविता Hindi Kavita पहला प्यार Pehla Pyaar

वो पहला-पहला प्यार,


वो छुप-छुप के दीदार,


वो मन ही मन इकरार,


वो कहने के विचार,


वो सकुचाना हर बार,


फिर आजीवन इंतज़ार ||

अक्टूबर 19, 2021

मंज़िल की राहें

हिंदी कविता Hindi Kavita मंज़िल की राहें Manzil ki raahein

जो मार्ग मैंने अपनाया,


जिन काँटों पर मैं चल आया,


यदि उस रस्ते ना जाकर,


पृथक पथ को मैं अपनाता,


बाधाओं से दूरी रखकर,


फूलों पर पग भरता जाता,


क्या उन राहों पर चलकर मैं,


गंतव्य तक पहुँच पाता?

अगस्त 22, 2021

बदलाव की आहट

हिंदी कविता Hindi Kavita बदलाव की आहट Badlaav ki Aahat

हवाओं का रुख कुछ बदला-बदला सा है,


अमावस का चाँद भी उजला-उजला सा है,


संगमरमर की चट्टानों ने भी आज भरी है साँस,


दुनिया बनाने वाले का मिज़ाज कुछ बदला-बदला सा है ||

मार्च 06, 2021

किस्मत

हिंदी कविता Hindi Kavita किस्मत Kismat


किस्मत की लकीरों में बंधकर,


खुद को तू ना तड़पा,


जो होना है वो तो होएगा,


जो कर सकता है करके दिखा |

राम आए हैं