Mann Ke Bhaav offers a vast collection of Hindi Kavitayen. Read Kavita on Nature, sports, motivation, and more. Our हिंदी कविताएं, Poem, and Shayari are available online!
अक्टूबर 31, 2021
सरदार पटेल की जयंती पर श्रद्धासुमन
अक्टूबर 28, 2021
प्रकाश का महत्व
ना सतरंगी छटा होती श्याम ही श्याम नज़र आता,
ना जीवन होता धरती पर ना नभ को रवि सजाता,
ना शबनम की बूँदें होतीं ना बादल बारिश बरसाता,
ना जीव-जंतु-कीट होते ना पवन में तरुवर लहराता,
ना कलकल बहती धारा में जीवन कभी पनप पाता,
गर रचनाकर की रचना में प्रकाश स्थान नहीं पाता ||
अक्टूबर 19, 2021
मंज़िल की राहें
जो मार्ग मैंने अपनाया,
जिन काँटों पर मैं चल आया,
यदि उस रस्ते ना जाकर,
पृथक पथ को मैं अपनाता,
बाधाओं से दूरी रखकर,
फूलों पर पग भरता जाता,
क्या उन राहों पर चलकर मैं,
गंतव्य तक पहुँच पाता?
अक्टूबर 15, 2021
मेरे राम, मेरे राम
अंत समय में रावण ने श्रीराम से कहा -
मेरे राम, मेरे राम
तू स्वामी मैं जंतु आम,
मेरे राम, मेरे राम
तू ज्ञानी मैं मूरख अनजान,
मेरे राम, मेरे राम
याचक को दे क्षमादान,
मेरे राम, मेरे राम
ले चल अब तेरे धाम,
मेरे राम, मेरे राम ||
अक्टूबर 02, 2021
गाँधीजी एवं शास्त्रीजी की स्मृति में श्रद्धासुमन
ओ मेरे मोहन के दास,
सम्पूर्ण भारत की आस,
करता हूँ तुझसे अरदास,
फ़िर से आजा अब तू पास,
सिखला दे पुन: इक बार,
सत्य और अहिंसा है खास,
थाम के लकड़ी का वह बाँस,
जगा फ़िर जग में विश्वास |
ओ मेरे भारत के लाल,
तू तो था बहादुर कमाल,
नित्य तैरा सरिता विशाल,
शिक्षा में निष्ठा की मिसाल,
सिखला दे पुन: इक बार,
कृषक और सैनिक हैं ढाल,
तन पर सादी खादी डाल,
फ़िर कर राष्ट्र का ऊँचा भाल ||
सितंबर 25, 2021
वो सुबह कभी तो आएगी
जब पैरों में बेड़ी नहीं,
कंधों पर खुलते पर होंगे,
जब किस्मत में पिंजरा नहीं,
खुला नीला गगन होगा,
जब बंदिश का बंधन नहीं,
अविरल धारा सा मन होगा,
जब जागते नयनों में भी,
सच होता हर स्वपन होगा ||
सितंबर 14, 2021
हिंदी दिवस पर विशेष
संस्कृत की संतान है हिंदी,
संस्कृत सी महान है हिंदी,
भारत की पहचान है हिंदी,
भारत का अभिमान है हिंदी,
भूत का बखान है हिंदी,
भविष्य की उड़ान है हिंदी,
बूढ़ी नहीं जवान है हिंदी,
पीढ़ी का रुझान है हिंदी,
पुरखों का वरदान है हिंदी,
मेरा दिल मेरी जान है हिंदी ||
सदस्यता लें
संदेश (Atom)