मई 24, 2022

शतरंज की बिसात पर

हिंदी कविता Hindi Kavita शतरंज की बिसात पर Shatranj ki bisaat par

शतरंज की बिसात पर,


कपट की चाल है चली,


ज़रा ठहर, ज़रा संभल,


सम्मुख तेरे है छली,


फुफकारता भुजंग सा,


बैरी बड़ा महाबली,


साहस जुटा तू रह निडर,


असि उठा तू वार कर,


खुदा का हाथ थाम चल,


सन्मार्ग पर तू रह अटल,


शतरंज की बिसात पर,


शिकस्त की चाल है चली ||

मई 17, 2022

बाबा फ़िर आएंगें

हिंदी कविता Hindi Kavita बाबा फ़िर आएंगें Baba phir aayenge

जिनका ना कोई आदि है, ना ही कोई अंत है, ऐसे शाश्वत शिव का कोई क्या बिगाड़ सकता है |

डमरू व त्रिशूलधारी,


महाकाल त्रिपुरारी,


भक्तों का उद्धार करने,


नंदी का एकांत हरने,


बाबा फ़िर आएंगें |||

मई 14, 2022

जीवन सागर

हिंदी कविता Hindi Kavita जीवन सागर Jeevan Sagar

जीवन एक विस्तृत सागर है,


मन उसमें बहती नौका है,


अनुभव ही नाना टापू हैं,


लहरें भाग्यरेखा है |



टापू पर यात्री मिलते हैं,


मैंने अक्सर यह देखा है,


भेंट लघु ही होती है,


नियम यह अनोखा है |



दुखदायी यादें पत्थर हैं,


सुख एक फ़ूलों का खोखा है,


सागर में बहती नौका में,


भारी पत्थर क्यों रखा है ?

मई 08, 2022

माँ

हिंदी कविता Hindi Kavita माँ Maa

माँ तो देखो माँ होती है,


बच्चों की दुनिया होती है,


खुदा की रहमत होती है,


धरती पर जन्नत होती है,


माँ तो देखो माँ होती है ||

अप्रैल 16, 2022

राम गुण

हिंदी कविता Hindi Kavita राम गुण Ram Gun

जब जननी ने श्रीराम को वन-गमन का आदेश दिया,


माता की आज्ञा को प्रभु ने सहर्ष शिरोधार्य किया,


विपदा में भी मर्यादा में रहकर ही व्यवहार किया,


संकट में धीरज रखने का हम सबको आदर्श दिया ||

अप्रैल 01, 2022

राजाजी आने वाले हैं

हिंदी कविता Hindi Kavita राजाजी आने वाले हैं Rajaji aane waale hain

नन्हे-नन्हे फूल अब मुरझाने वाले हैं,


खट्टे-मीठे रसभरे फ़ल ललचाने वाले हैं,


गर्मी में तन को ठंडक पहुंचाने वाले हैं,


फ़लों के राजाजी आने वाले हैं |

मार्च 17, 2022

बुरा ना मानो होली है

हिंदी कविता Hindi Kavita बुरा ना मानो होली है Bura naa maano Holi hai

नीला, पीला, हरा, गुलाबी


रंगों से भरी झोली है,


बुरा ना मानो होली है !



गुजिया की मिठास है संग में


शैतानी व ठिठोली है,


बुरा ना मानो होली है !



ठंडाई में चुपके से


भाँग भी हमने घोली है,


बुरा ना मानो होली है !



पुरखों के माथे पर टीका


यारों के संग खेली है,


बुरा ना मानो होली है !



गली-गली में देखो फिरती


मस्तानों की टोली है,


बुरा ना मानो होली है !



पिचकारी के जल से देखो


भीगी-भीगी चोली है,


बुरा ना मानो होली है !



रंगे-पुते चेहरे हैं सबके


जाने कौन हमजोली है,


बुरा ना मानो होली है !



द्वेष भुलाकर आगे बढ़ना


मिलना ही तो होली है,


बुरा ना मानो होली है !!!

राम आए हैं